27 दिस॰ 2022

शेयर बाजार गैप अप या गैप डाउन क्यों ओपन होता है?

 बहुत ही अच्छा प्रश्न है जो ज्यादातर उन निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित करता है जो बाजार में बिल्कुल नए हैं और शेयर बाजार को ज्यादा अच्छे से नही समझते तो बताना चाहूँगा कि पहली बात तो शेयर बाजार में शेयरों के भाव अपने आप तय नहीं होते इन्हें वे लोग जो शेयरों में खरीद बेच करते हैं नियन्त्रित करते हैं इसे एक उदाहरण से समझते हैं मान लीजिए कोई कंपनी x है जिसके शेयर मे किसी दिन बेचने वाले लोगों की अपेक्षा खरीदने वाले लोगों की संख्या और मात्रा अधिक रही तो उस दिन उस शेयर का भाव बढ़त के साथ होगा ठीक इसी प्रकार खरीदने वाले लोगों की संख्या और शेयरो की मात्रा कम रहने पर शेयर गिरावट पर बंद होगा.

यह तो बात हो गई कि कोई शेयर बढ़त के साथ बंद होगा या गिरावट के साथ अब आते हैं मूल प्रश्न पर कि दूसरे दिन शेयर अपने पिछले वाले भाव पर क्यों नहीं खुलता है जिस भाव पर वह पिछले दिन बंद हुआ था तो आपको यहां यह समझना चाहिए कि शेयर बाजार का खुलने का एक समय होता है ठीक उसी समय वह ओपन होता है इसमें बाजार खुलने से पहले 15 मिनट का समय दिया जाता है जिससे पहली 7 या 8 मिनट बाजार के शेयरों के भाव सेटल होने के लिए और बाद का time खरीदने बेचने की रणनीति बनाने के लिये. ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि शुरुआत के जो 7 या 8 मिनट होते हैं वो शेयरों में खरीदने - बेचने के ऑर्डर लगाने के लिए दिए जाते हैं वो इसलिए दिया जाता है कि मान लीजिए आप के प्रश्न के हिसाब से शेयर बाजार को पिछले दिन की क्लोजिंग पर ही ओपन करना है तो इससे क्या होगा कि जैसे ही बाजार ओपन होगा सभी लोग उसी प्राइस पर खरीदी बेची करना चाहेंगे जिससे उस stock और पूरे शेयर बाजार में जाम की स्थिति पैदा हो जाएगी और बाजार में सर्किट लग जाएगा और trading बंद करने की नौबत भी आ सकती है इसलिए लोगों को एक प्री ओपनिंग सेशन के द्वारा अपने stocks के भाव फिर से तय करने का एक मौका दिया जाता है जिसे ही प्री ओपनिंग सेशन कहते हैं जब भी यहां तक की चलते हुए बाजार में भी अगर बाजार बंद करने की नौबत आए तो शुरू करने से पहले प्री ओपनिंग सेशन करना जरूरी होता है ताकि पता चल सके उस समय पर ज्यादातर लोग किसी stock का क्या भाव तय करना चाहते हैं क्योंकि शेयर बाजार में पुराने भाव महत्व नहीं रखते हैं समय के साथ सेंटिमेंट बदलते रहते हैं .

उम्मीद करता हूं इस जवाब से आपको पूरी तरह से संतुष्टि मिली होगी

शेयर बाजार में शुरुआत कैसे करें?

 हमारे यहां एक दोहा बहुत मशहूर है

काल करे सो आज कर ,आज करे सो अब

पल में परलय होएगा बहुरि करेगा कब ।

अर्थ किसी को बताने की आवश्यकता नही है। हम किसी अच्छे कार्य को करना तो चाहते है लेकिन उस पर विचार करते - करते वर्षों गँवा देते है जब समय हाथ से निकल जाता है तब समझ मे आता है कि ये हमने पहले क्यों नही शुरू किया , खैर कोई बात नही जागो तभी सवेरा मान सकते है।

अब समय आ गया है जो लोग अभी तक विचार ही कर रहे है कि वे भी अपना डिमैट अकाउंट खुलवाये और स्टॉक इंवेस्टिंग शुरू करे उनकी यात्रा को आसान करने के लिए मैं इस यात्रा का पहला कदम आपके लिए लाया हूँ क्योंकि आप थ्योरी कितनी ही पढ़ लीजिए जब तक प्रेक्टिकल नही करेंगे कुछ भी समझ मे नही आएगा।

मुझे पता है कि नए निवेशकों के लिए शेयर बाजार में निवेश करना एक बहुत ही मुश्किल भरा निर्णय होता है इसलिए अब ज्यादा सोच विचार करना बंद कर दीजिए और अपनी यात्रा का श्रीगणेश कर दीजिए।

नए निवेशकों को सीधे शेयर बाजार में निवेश करना भी नही चाहिए उनके लिए म्यूच्यूअल फण्ड का रास्ता बनाया गया है। म्यूच्यूअल फण्ड शेयर बाजार में निवेश करने का एक नायाब रास्ता है । इसमें नए निवेशको के मन मे जो मार्केट के उतार चढ़ाव की वजह से जो अनिश्चितता होती है वह बिल्कुल खत्म हो जाती है । आप निश्चिंत होकर निवेश कर सकते है आपको उतार चढ़ाव का बिल्कुल भी आभास नही होगा। मैं आपको एक म्यूच्यूअल फण्ड की स्कीम के बारे में बताऊंगा जो सभी प्रकार के निवेशको के लिए खास कर नए निवेशको के लिए तो वरदान से कम नही है इसमें आप कम से कम 1000 रु प्रति महीने वाली एक SIP शुरू कर सकते है आपके सेविंग अकाउंट से यह रकम हर महीने कट करके म्यूच्यूअल फण्ड में जमा होती जाएगी और मार्केट ऊपर जा रहा है या नीचे आ रहा आपको कुछ भी फर्क नही पड़ेगा , आप निश्चिंत रहेंगे ।

15 दिस॰ 2022

Top 20 best stock for investing

 अगर आप लंबे समय तक स्टॉक मार्केट में रहना चाहते है और बार बार स्टॉक नही बदलना चाहते तो आपको इस प्रकार के स्टॉक्स में रहना चाहिए जिनमे रिस्क ना के बराबर हो और रिटर्न्स ठीक ठाक हो , इस प्रकार के कुछ स्टॉक्स में आप इन top 20 best stocks को शामिल कर सकते है

1. Asian Paints

2. Pidilite

3. Infosis

4. TCS

5. Hdfc Bank

6. Icici Bank

7. Hdfc Ltd

8. Hindustan Unilever

9. Nestle India

10.Berger paints

11. Dabur

12. Divis Lab

13. Bajaj Finance

14. Bajaj finserve

15. Reliance industries

16. Relaxo footwear

17. Muthoot Finance

18. Dmart

19. Titan

20. L&T Infotech

तो ये top 20 best stocks कंपनियां ऐसी नही है कि दो चार साल में बंद हो जाएगी या बर्बाद हो जाएगी बल्कि रिस्क फ्री और एवरेज से ज्यादा ही रिटर्न्स देने वाली भारत की टॉप मोस्ट कंपनियां है ।

शेयर बाजार में पैसे लगाना क्यों जरूरी है?

 अगर आप इक्विटी इन्वेस्टमेंट नहीं करते हैं तो आप एक बेहतर तरीके से वेल्थ क्रिएशन का मौका गंवा रहे हैं। शेयर बाजार को जुआ समझकर उसकी अनदेखी करने से भी कोई फायदा नहीं होगा। इससे वेल्थ क्रिएशन का शानदार मौका हाथ से निकल जाता है।


हर इंसान को शेयर बाजार में पैसे लगाना पसंद नहीं है। कुछ को लगता है कि इससे कोई फायदा नहीं होता। कुछ इसे जुआ मानते हैं। कुछ लोगों को लगता है कि शेयर बाजार में पैसा आसानी से बन जाता है। इसलिए वे इसे शक की नजर से देखते हैं। कुछ को लगता है कि शेयर बाजार में निवेश पर रिटर्न की गारंटी क्यों नहीं होती? कुछ को बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट इतना पसंद है कि वे इक्विटी में निवेश की माथापच्ची से दूर रहना चाहते हैं। ऐसे भी लोग हैं, जिन्हें शेयर बाजार बहुत पसंद है। यह बात और है कि उन्हें इसकी बिल्कुल भी समझ नहीं है।इक्विटी इन्वेस्टिंग की असल स्टोरी एक दूसरे से बिल्कुल अलग ध्रुव वाली इन सोच के कहीं बीच की है। बिना सोचे-समझे ट्रेडिंग करने से कोई भी अमीर नहीं बन सकता। अगर आप बार-बार मुनाफे के लिए किसी ट्रिक का इस्तेमाल नहीं कर सकते तो उसका कोई मतलब नहीं है। शेयर बाजार को जुआ समझकर उसकी अनदेखी करने से भी कोई फायदा नहीं होगा। इससे वेल्थ क्रिएशन का शानदार मौका आपके हाथ से निकल जाता है। इक्विटी में पैसा लगाने वाले आम निवेशकों को कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए।

पहला, शेयर में निवेश करना, किसी बिजनस में निवेश करने जैसा है। इसमें यह पता लगाना मुश्किल है कि कंपनी का भविष्य कैसा होगा। इसलिए इक्विटी इन्वेस्टमेंट जोखिम भरा और रोमांचक होता है। दूसरा, अक्सर आपको ऐसी कहानियां सुनने को मिलेंगी कि किस तरह से फलां शख्स ने शेयर बाजार में मामूली रकम लगाकर शुरुआत की थी और आज वह करोड़पति या अरबपति है। यह सिक्के का एक पहलू है। पिछले वर्षों में किसी कंपनी के शेयर प्राइस में हैरतअंगेज बढ़ोतरी पर फिदा होना आसान है, लेकिन अगर आप किसी स्मार्ट इन्वेस्टर से बात करें तो वह बताएगा कि बाजार से पैसा बनाने में उसने कैसे-कैसे उतार-चढ़ाव देखे हैं। अगर किसी का एक निवेश सफल होता है तो कई शेयरों में उसे असफलता भी मिली होती है। वह यह भी बताएगा कि उसे फलां शेयर से इतने रिटर्न की कतई उम्मीद नहीं थी।


तीसरा, स्टॉक चुनने का कोई आसान तरीका नहीं है। इससे कई पहलू जुड़े होते हैं। आपको पता नहीं होता कि आगे चलकर इनमें से कौन इंपॉर्टेंट बन जाएगा और किन फैक्टर्स का बिल्कुल भी असर नहीं होगा। जिन लोगों ने स्टॉक ऐनालिसिस में पूरी जिंदगी खपा दी है, उन्हें पता होता है कि किसी सफल स्टॉक में क्या होना चाहिए। वे किसी कंपनी से जुड़े खतरे को भांप सकते हैं, लेकिन पक्के तौर पर वे भी किसी शेयर के मल्टीबैगर होने का डंका नहीं पीट सकते क्योंकि वे इस बारे में स्योर नहीं होते। उन्हें पता होता है कि किसी शेयर को चुनने में गलती हो सकती है। इसलिए वे विनम्र होते हैं और चुप रहते हैं। इसलिए आपको जो भी टिप मुफ्त में मिल रही हो, उसे इग्नोर करिए।

चौथा, कौन सा शेयर खरीदना चाहिए? यह फैसला मुश्किल होता है। स्टॉक एक्सचेंजों पर हजारों शेयर लिस्टेड हैं। किसी को नहीं पता होता कि इनमें से कौन सा मल्टीबैगर साबित होगा और उसमें कितना वक्त लगेगा। निवेशक स्टॉक चुनने का अपना स्टाइल डिवेलप करते हैं। आप कोई शेयर क्यों खरीद रहे हैं, इसे लिखिए। इसके बाद उसके परफॉर्मेंस को ट्रैक करिए। इससे पता चलेगा कि आपने जो सोचकर शेयर खरीदा था, वह सोच सही साबित हुई या नहीं। एक ट्रेडर प्राइस टारगेट तय करता है। शॉर्ट टर्म इन्वेस्टर के साथ समयसीमा की पाबंदी होती है, लेकिन वैल्यू इन्वेस्टर हमेशा मार्जिन ऑफ सेफ्टी पर ध्यान देता है।


पांचवां, इन्फॉर्मेशन और ऐनालिसिस में एक आम निवेशक के हाथ बंधे होते हैं। ब्रोकरेज हाउस इसके लिए खास लोगों को हायर करता है। वह डेटाबेस तैयार करता है। रिसर्च पर पैसे खर्च करता है। वह स्टॉक्स को ट्रैक करता है और रिपोर्ट्स बेचता है। एक आम निवेशक सार्वजनिक सूचनाओं के आधार पर किसी शेयर का विश्लेषण कर सकता है। गंभीरता से स्टॉक रिसर्च करने वाले अक्सर दूसरों के साथ मिलकर काम करते हैं। वे रिसर्च की लागत मिलकर उठाते हैं। स्टॉक्स पर चर्चा करते हैं। आप ऑनलाइन चैट फोरम और टीवी प्रोग्राम को रिसर्च मानने की भूल न करें। शेयर बाजार से पैसा बनाने के लिए आपको गंभीरता से रिसर्च करने के लिए तैयार रहना चाहिए।


छठा, बाजार से पैसा एक शेयर से नहीं बनाया जा सकता। बिजनस की दुनिया में भी हर शख्स जेफ बेजोस या बिल गेट्स नहीं हो सकता। ऐसे बहुत कम लोग हैं, जो एक कंपनी या बिजनस पर अपना सबकुछ न्योछावर कर सकते हों। हम कई शेयरों में निवेश करते हैं और यही ठीक भी है। इस बात का ध्यान रखिए कि आप एक पोर्टफोलियो तैयार कर रहे हैं। आप इस पर ध्यान दीजिए कि किस कंपनी में कितना पैसा लगाना है। अगर आप बहुत अधिक शेयरों में मामूली रकम लगाते हैं तो आप अमीर नहीं बन सकते। याद रखिए कि आज दुनिया के सर्वाधिक अमीर लोगों की लिस्ट में आपको कई इक्विटी इन्वेस्टर मिलेंगे।

शेयर बाजार गैप अप या गैप डाउन क्यों ओपन होता है?

  बहुत ही अच्छा प्रश्न है जो ज्यादातर उन निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित करता है जो बाजार में बिल्कुल नए हैं और शेयर बाजार को ज्यादा अच्छे से नह...