नमस्कार साथियों
अभी तक आपने निवेश के बारे मे सोचा नहीं है या फिर बैंक FD और गोल्ड या प्रॉपर्टी के अलावा कहीं निवेश नहीं करते है तो मैं आपको करबध सलाह दूंगा कि कुछ निवेश शेयर मार्केट मे भी करना शुरु कीजिये। यह आपके बाकी निवेशों से कई गुना ज्यादा return देगा , इसके लिये पहला काम तो आपको यह करना होगा कि आपको अपने सोचने का नजरिया बदलना होगा शेयर मार्केट के बारे मे आपकी जो सोच बनी हुई है उसे बदलना होगा। मैं जानता हूँ कि यह इतना आसान नहीं है लेकिन असम्भव भी नहीं है।
आपको मालूम होना चाहिये कि दुनियाभर मे शेयर बाजारों कि स्थापना किसी व्यक्ति विशेष या किसी संस्था ने अपने निजी हित के लिये नहीं की है बल्कि अपने अपने राष्ट्र हित के लिये वहाँ कि सरकारों ने ही की है। किसी भी देश की सरकार अपने देश का बुरा कभी नहीं चाहती और यह माँग भी कभी नहीं उठी कि इस बाजार को बन्द कर दिया जाये यहाँ तक कि जब सारे संसार मे कोरोना की वजह से लोक डाउन लगा हुआ था तब कई देशों मे यह माँग उठी थी कि कुछ समय के लिये शेयर बाजार को बन्द कर दिया जाये, भारत मे भी यह माँग जोर शोर से उठाई गयी लेकिन भारत सरकार ने इसे सिरे से खारिज कर दिया और यह तर्क दिया गया कि शेयर बाजार को किन्ही गैर जरुरी सेवाओं मे नहीं गिना जा सकता है बल्कि इसे आवश्यक सेवाओं मे माना तभी तो लोक डाउन मे जहाँ मैडिकल और हॉस्पिटल सेवाओं को छोड़कर बाकी सारा देश बन्द था वहाँ शेयर बाजार को एक मिनट के लिये भी बन्द नहीं किया गया था। चाइना कि बात अलग है वहाँ शार्ट सेलिंग बन्द की गयी थी पुरा मार्केट तो वहाँ भी बन्द नहीं हुआ।
साथियों आपको शायद मालूम नहीं होगा अमेरिका और यूरोपीय बाजारों के सामने अपना बाजार तो अभी बच्चा है यहाँ सिर्फ 3 से 4 प्रतिशत लोग ही शेयर बाजार मे निवेश करते है जबकि अमेरिका मे 47% और युरोप मे 41% लोगों का शेयर बाजार मे निवेश है बाकी विश्व की स्तिथि भी अपने देश से बेहतर है यह भी एक कारण है उन देशो के विकसित होने का। इसका मतलब यह कदापि नहीं है कि अपना देश कमजोर है और उसकी growth कम रहने वाली है। पिछ्ले दशक से इंडिया ने बहुत तेजी से grow किया है और आने वाले वर्षों मे इसमे और भी ज्यादा तेजी आयेगी , वो दिन दूर नहीं है जब इंडियन ईकोनॉमी वर्ल्ड की सबसे fastest ईकोनॉमी बन जायेगी। आज जहाँ सम्पूर्ण विश्व मे गूगल , फेसबुक , Microsoft , अमेजोंन, अलिबाबा, Tesla, एप्पल जैसी कम्पनियों का बोलबाला है। इंडियन कम्पनियाँ भी इन ग्लोबल कम्पनियों को कड़ी टक्कर दे रही है एक दिन वह दिन भी आने वाला है जब हम गूगल पर सर्च नहीं करके किसी इंडियन कंपनी पर सर्च करेंगे, माइक्रोसॉफ्ट के वींडो की जगह इंडियन कंपनी के विंडो को use करेंगे, फेसबुक और वॉट्सएप्प पर Chat करने की बजाय इंडियन कंपनी पर करेंगे। ये सब होगा और बहुत जल्द हमे देखने को मिलेगा क्योंकि इन सब वैश्विक कम्पनियों को इंडिया जैसे विकासशील देशों की फास्ट ग्रोइंग कम्पनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है और इनका मार्केट लगातार गिर रहा है। इसलिये मै आपको अपनी सोच मे बदलाव लाने के लिये प्रेरित कर रहा हूँ क्योंकि सारी दुनियां की नजर हम पर है तभी तो दुनिया की हर छोटी-बड़ी कम्पनी इण्डिया मे कारोबार करने के लिये उतावली है। आप को सिर्फ यह पता करना है कि वो कम्पनियाँ कौनसी हो सकती है जो गूगल फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट की जगह ले सकती है।
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